किशोरावस्था : समझ और मार्गदर्शन (Adolescence: Understanding and Guidance)
किशोरावस्था : समझ और मार्गदर्शन (Adolescence: Understanding and Guidance) प्रस्तावना किशोरावस्था मानव जीवन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील चरण है। यह अवस्था बचपन और वयस्कता के बीच की वह कड़ी है, जहाँ व्यक्ति मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से बदलावों से गुजरता है। इस उम्र में व्यक्ति अपने अस्तित्व और पहचान को लेकर सजग हो जाता है तथा कई आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना करता है। इसलिए किशोरों को समझना, उनकी आवश्यकताओं को जानना और उन्हें सही मार्गदर्शन देना समाज, शिक्षक और अभिभावकों की जिम्मेदारी है। 1. किशोरावस्था की अवधारणा और विशेषताएँ किशोरावस्था सामान्यतः 12 से 18 वर्ष की आयु के बीच होती है। यह वह समय होता है जब शरीर में तीव्र विकास होता है और साथ ही मानसिक परिपक्वता की ओर भी वृद्धि होती है। किशोरावस्था में निम्नलिखित विशेषताएँ पाई जाती हैं – शारीरिक परिवर्तन – इस समय हार्मोनल बदलाव के कारण शरीर में कई परिवर्तन होते हैं जैसे लड़कों में आवाज़ भारी होना, मूंछ-दाढ़ी आना और लड़कियों में मासिक धर्म की शुरुआत। ये परिवर्तन उन्हें अजीब अनुभव करा सकते हैं। मानसिक पर...